Eosinophils क्या है? | Eosinophils meaning in Hindi.

Eosinophils क्या है? | Eosinophils meaning in Hindi.

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “Eosinophils meaning in Hindi” में. आज के इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि Eosinophils क्या होता है इसका नॉर्मल रेंज कितना होता है. साथ ही आप जानेंगे कि Eosinophil test क्यों किया जाता है और Eosinophils के घटने या बढ़ने से क्या होता है. इसके अलावा और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी आपको इस पोस्ट के माध्यम से मिलने वाली है. इसलिए आशा करता हूं कि आप यह पोस्ट ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें. 

Eosinophils क्या है? | Eosinophils meaning in Hindi.
Eosinophils meaning in Hindi. 

हमारे शरीर में 5 प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाएँ होती है. जिनमें से एक Eosinophil है.हमारे शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं के अतिरिक्त दो और तरह की कोशिकाएँ होती है. अत: हमारे शरीर में तीन प्रकार की कोशिका -लाल रक्त कोशिका,श्वेत रक्त कोशिका और प्लेटलेट्स होतें हैं.जिसमें श्वेत रक्त कोशिकाएँ हमारे शरीर को बैक्टीरिया, वायरस और वाहरी तत्वों से फाईट कर बचाता है तथा इम्युन सिस्टम को मजबूत रखता है. और आज आप इन्हीं में से एक श्वेत रक्त कोशिका Eosinophil के बारे में जानेंगे तो चलिए सबसे पहले जानतें हैं कि ‘Eosinophils क्या होता है?’ 

    Eosinophils क्या होता है? (What is Eosinophils in Hindi). 

    Eosinophils, श्वेत रक्त कोशिका का एक प्रकार है.Eosinophils का नार्मल रेंज 1-6 % होता है.इसमें एक केन्द्रक होता है जो दो भागों में बाँटा हुआ रहता है,जिसका व्यास (diameter) 10-12 micrometer होता है. Eosinophils का समान्य जीवनकाल 8-12 दिन का होता है. जिसे microscope से देखने पर यह हल्का गुलाबी रंग का दिखाई देता है. 

    Eosinophils एक Granulocytes cells होता है क्योंकि इसमें बहुत सारे Granules होतें हैं. 

    Eosinophils के कार्य –

    जैसा की आपको पता होगा कि Eosinophils श्वेत रक्त कोशिकाओं का एक प्रकार है.जो हमारे शरीर को बैक्टीरिया, वायरस और अन्य कई तरह के रोगाणुओं से बचाता है.जिसमें Eosinophils का भी एक महत्वपूर्ण काम होता है.

     जैसे कि –

    Eosinophils का काम ‘ parasites को Kill करना’ होता है और कई तरह के allergic reactions में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.Eosinophils में बहुत सारे granules होतें हैं जिससे toxins निकलता है और इस toxins से Pathogen को मारता है.

    अभी तक आपने जाना कि Eosinophils क्या होता है और इसके कौन-कौन से काम होतें हैं.चलिए अब जानतें हैं कि Eosinophil की गिनती (count) कैसे की जाती है और इसके घटने या बढ़ने से क्या होता है?

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    Eosinophils की गिनती कैसे की जाती है? 

    Eosinophils की गिनती यानि Eosinophils की संख्या का पता लगाने के लिए ,खासकर AEC count (Absolute Eosinophil count) test किया जाता है.इसके अलावा Eosinophils की संख्या का पता लगाने के लिए DLC count, AEC count या फिर CBC test भी किया जाता है, जिससे Eosinophils की संख्या का पता चलता है. 

    Eosinophils count करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है. जिसके बाद Eosinophils का पता लगाने के लिए उस ब्लड सैम्पल से AEC count, DLC count या CBC test किया जाता है.

    Eosinophils कम होने के कारण –

    Eosinophils कम होने के कई कारण हो सकते हैं. जिनमें से कुछ कारण नीचे बताए गए हैं –

    • ज्यादा तनाव – ज्यादा तनाव या चिंता करने से भी Eosinophils की संख्या कम हो सकती है. 
    • कुछ acute infection के कारण Neutrophils की संख्या बढ़ जाती है जिससे Eosinophils की संख्या कम हो जाती है. 
    • इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति ड्रग्स या अन्य किसी दवाइयों का सेवन करतें हैं तो इस स्थिति में भी Eosinophils की संख्या कम हो सकती है. 

    Eosinophils बढ़ने से क्या होता है? 

    Eosinophils के बढ़ने से eosinophilia होता है. इस स्थिति में हमारे शरीर में Eosinophil की संख्या समान्य से बढ़ जाती है या बहुत ज्यादा हो जाती है तो इसे इस्नोफिलिया कहतें हैं. Eosinophillia के कारण कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं. जैसे कि –

    • साँस लेने में कठिनाई होना 
    • गले में खरास 
    • त्वचा के संक्रमण जैसे -लाल चकते या
    •  खुजली होना 
    • बुखार 
    • सिर दर्द 
    • कमजोरी 
    • मांशपेशियो में दर्द 

    Eosinophilla में कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं.

    Eosinophils बढ़ने के कारण –

    Eosinophils के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं.जो किसी बीमारी, संक्रमण या अन्य कारणों से बढ़ सकता है. तो चलिए जानतें हैं कि Eosinophils के बढ़ने के कौन-कौन से कारण होतें हैं. 

    • गंभीर Allergy में 
    • दमा 
    • खुजली के कारण 
    • ऑटोइम्यून बीमारियों में 
    • परजीवी के कारण 
    • मौसमी एलर्जी (बदले मौसम) के कारण 
    • ल्यूकिमिया या अन्य कैंसर में 
    • बड़ी ऑत में सूजन के कारण 
    • अंग के पत्
    • Bone Transplant  के कारण 

    समान्यत: इन सभी कारणों से Eosinophils की संख्या बढ़ जाती है. इसके अलावा और भी कई कारण हो सकते हैं जिनमें Eosinophils की संख्या बढ़ जाती है. 

    Eosinophils test की कीमत कितनी होती है? 

    Eosinophils की संख्या का पता लगाने के लिए AEC count किया जाता है. जो सामान्यतः 50-150 रूपए में हो सकता है. इसके लिए किसी खास तरह के तैयारीयों की जरूरत नहीं होती है. यह टेस्ट किसी भी समय कराया जा सकता है. 

    Conclusion -(Eosinophils meaning in Hindi).

    दोस्तों आपने आज के इस पोस्ट “Eosinophils meaning in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि Eosinophils क्या होता है और इसका नॉर्मल रेंज कितना होता है. साथ ही आपने जाना कि Eosinophils के घटने या बढ़ने से क्या होता है और इसके कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते हैं. 

    आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें. धन्यवाद. 

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