सिस्टोन सिरप के फायदे एवं नुकसान | cystone syrup uses in Hindi.

 सिस्टोन सिरप के फायदे एवं नुकसान | cystone syrup uses in Hindi. 

आज के इस पोस्ट ” cystone syrup uses in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि cystone syrup क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. cystone syrup के कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं और इसके अलावा cystone syrup से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे. तो आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें. 

अगर आप भी पथरी की समस्या या पैशाब से जलन और किडनी से जुड़ी अन्य समस्या से परेशान हैं तो ऐसे में आप सही पोस्ट पर आए है क्योकि आज आप जानेंगे cystone syrup के बारे में जो इस प्रकार की सभी समस्याओं के लिए बहुत ही कारगर है. तो चलिए जानतें हैं cystone syrup के फायदे और नुकसान के बारे में. 

    सिस्टोन सिरप क्या है?  (What is cystone syrup in Hindi) 

    cystone syrup एक प्रकार का आयुर्वेदिक दवा है जो कि मशहूर आयुर्वेदिक कम्पनी हिमालया (Himalaya)  द्वारा बनाया जाता है. जिसका उपयोग खासकर किडनी में पथरी, मूत्र में जलन और रूक- रूक पैशाब आने जैसी समस्याओं सहित अन्य कई समस्याओं में किया जाता है. 

    सिस्टोन सिरप को पूरी तरह से आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के द्वारा बनाया जाता है जिसमे गोखरू, पाशनभेदा और छरीला होता है. जिसके कारण यह कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में कारगर है. तो चलिए जानतें हैं इसके फायदे और यह कैसे काम करता है. 

    Himalaya cystone syrup की सामग्री – 

    cystone syrup में निम्न घटक होतें हैं. जो है –

    गोखरू

    छरीला

    पाशनभेदा

    शिलापुष्प

    cystone syrup कैसे काम करता है? 

    cystone syrup में उपस्थित जड़ी-बूटि निम्न प्रकार से काम करता है. 

    शिलापुष्पा – यह अपनी एंटीलिथियाटिक गुण के लिए जानी जाती है, जो मूत्र में पथरी के गठन को रोकती है और लिथोट्रिपिक के रूप में शिलापुष्पा किडनी की पथरी को घुलाने में मदद करती है। यह अपने रोगाणुरोधी गुणों के लिए भी जाना जाता है।

    पासनभेदा – पासनभेदा में मूत्रवर्धक, demulcent और रोगाणुरोधी गुण होतें हैं। जो मुसिलेज की अधिक मात्रा के कारण, जो इस जड़ी-बूटी को विमूलन गुण प्रदान करता है, पासानेडा शांत करता है और प्रदाहयुक्त या सूजनयुक्त आंतरिक ऊतकों की रक्षा करता है। मूत्रवर्धक के रूप में, यह जड़ी-बूटी मूत्र के साथ छोटी पथरी को बाहर निकालने में मदद करती है।

    गोक्षुरा – यह किडनी स्टोन्स, ब्लैडर इंफेक्शन और पेशाब के रास्ते के संक्रमणों, जैसे कि यूरो-जेनिटल रोगों के उपचार में मददगार है। यह डिस्यूरिया (मूत्र में मौजूद दर्दनाक पेशाब या रक्त) और क्रिस्टललुरिया को नष्ट करके मूत्र मार्ग के सामान्य स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। छोटे कैल्ट्रोप्स मूत्र में पथरी के रसायनों के जमाव, संचय और सुपरसैचुरेशन को रोकते हैं। यह एक शक्तिशाली रोगाणुरोधी एजेंट है।

    सिस्टोन टेबलेट के उपयोग और फायदे क्या है ?(cystone syrup Uses and Benefits in Hindi )

    cystone syrup का उपयोग कई प्रकार की समस्याओं में किया जाता है जिसमे cystone syrup के उपयोग से फायदे होतें हैं. जिसके नाम नीचे दिए गए हैं –

    • गुर्दे की पथरी
    • मूत्र संक्रमण
    • मूत्र नली में क्रिस्टल
    • अनियंत्रित दर्द
    • अंदुरनी सूजन
    • आंतों में संक्रमण
    • रुक-रुक कर पेशाब आना
    • मूत्र उत्सर्जन के दौरान जलन

    इसके अलावा गाउट,लिपिड का उच्च स्तर और मूत्र मार्ग के अन्य विकारों में भी इसका उपयोग किया जाता है. 

    हिमालया सिस्टोन के नुकसान या दुष्प्रभाव (Himalaya Cystone Side Effects in Hindi) –

    यदि आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार और सही मात्रा में सिस्टोन सिरप का उपयोग करते हैं तो इससे आपको किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है. परन्तु यदि आप इसका उपयोग सही से नहीं करतें हैं या एक साथ ज्यादे मात्रा में इस्तेमाल करतें हैं तो इसके कुछ नुकसान हो सकते हैं. जैसे –

    • मतली
    • उल्टी
    • दस्त
    • अनिद्रा

    यदि ये समस्याएं समय के साथ ठीक ना हो या गंभीर हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 

    cystone syrup की खुराक (cystone syrup Dosage in Hindi ) –

    किसी भी प्रकार की दवाइ की खुराक व्यक्ति के उम्र और उसके चिकित्सीय इतिहास सहित अन्य कारणों पर निर्भर करता है इसलिए इसके बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें. परन्तु अधिकतर डॉक्टर द्वारा निम्न तरीकों से दवा लेने की सलाह दी जाती है जो है-

    किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) के लिए निर्धारित खुराक का उपयोग करें.इसे खाने के बाद या पहले कभी भी 1 टैबलेट ले सकते हैं.इसे गुनगुना पानी के साथ लेना चाहिए.इसे दिन में तीन बार ले सकतें हैं. इससे ज्यादे मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए. 

    व्यस्क लोगों को दिन में दो या तीन बार गुनगुने पानी के साथ एक टैबलेट लेना चाहिए और बुजुर्ग को भी इसी प्रकार सिस्टोन सिरप का उपयोग करना चाहिए. 

    हिमालया सिस्टोन की कीमत व वेरिएंट (Himalaya Cystone Price & Variant ) –

    निम्न वेरिएंट में Himalaya Cystone मार्केट में उपलब्ध है, जिनकी कीमत निम्नलिखित है। डॉक्टर Himalaya Cystone के जिस वेरिएंट की सलाह करते है, उसी वेरिएंट का इस्तेमाल करें, अन्य वेरिएंट पर ना जाए।

    1. Himalaya cystone syrup – 60 Tablet – 135.00 Rs
    2. Himalaya Cystone Syrup – 200ml – 160.00 Rs
    3. Himalaya Cystone Syrup – 100ml 100.00 Rs
    4. Himalaya Cystone Forte Tablet – 30 Tablet – 90.00 Rs

    cystone syrup को स्टोर कैसे करें? 

    cystone syrup को स्टोर करने के लिए इसे धूप से बचाना चाहिए और इसको फ्रीज में भी नहीं रखना चाहिए.इसे स्टोर करने के लिए आप नॉर्मल कमरे के तापमान में रख सकते हो.

    cystone syrup एक्सपायर होने से पहले तक ही उपयोग करना चाहिए। यदि  ड्रॉप एक्सपायर हो जाये तो इसको हटा देना चाहिए.काफी लम्बे समय तक इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए.यदि आप ऐसा करतें हैं तो इसके बारे में डॉक्टर से जरूर पूछ लेना चाहिए.

    Conclusion ( cystone syrup uses in Hindi)  –

    आज के इस पोस्ट ” cystone syrup uses in Hindi ” के माध्यम से आप जाना कि cystone syrup क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. cystone syrup के कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं और इसके अलावा cystone syrup से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जाना. तो आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और आपको उचित जानकारी मिली होगी.. धन्यवाद. 

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