SGPT test क्या है | SGPT test in Hindi.

SGPT test क्या है | SGPT test in Hindi. 

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “SGPT test in Hindi ” में.आज हम बात करने वाले हैं Liver function test के एक महत्वपूर्ण टेस्ट SGPT test के बारे में और जानेंगे कि SGPT test क्या होता है, SGPT test कब कराना चाहिए और क्यों कराया जाता है.साथ ही यह भी जानेंगे कि SGPT के घटने या बढ़ने से क्या होता है. तो आज हम SGPT test के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले हैं. इसलिए ध्यान से पढ़े और समझे. 

SGPT test क्या है | SGPT test in Hindi.
SGPT test in Hindi. 

    SGPT test क्या होता है? (What is SGPT test in Hindi). 

    SGPT एक प्रकार का ब्लड जांच है जो liver function test का एक जाँच है.SGPT का पूरा नाम Serum Glutamate Pyruvate Transaminase होता है.SGPT test को ALT test भी कहा जाता है. SGPT टेस्ट के द्वारा GPT की मात्रा का पता लगाया जाता है. 

    GPT (Glutamate Pyruvate transaminase) एक प्रकार का एंजाइम है जो लीवर में पाया जाता है. इस टेस्ट के द्वारा लीवर से जुड़ी बिमारीयों का पता लगाया जाता है.यदि लीवर में किसी प्रकार की इंफेक्शन होता है तो SGPT का level बढ़ जाता है.SGPT test का normal range 5-40 U/L होता है.यदि SGPT की मात्रा सामान्य से अधिक हो तो इससे लीवर डैमेज, इंफेक्शन और लीवर संबंधी बिमारीयों का खतरा रहता है. 

    SGPT test क्यों किया जाता है? 

    SGPT test शरीर में उपस्थित GPT (Glutamate Pyruvate Transaminase) की मात्रा का पता लगाने के लिए किया जाता है.GPT एक प्रकार का एंजाइम होता है जो खासकर लीवर में पाया जाता है.SGPT test से लीवर से जुड़ी बिमारीयों जैसे कि लीवर सिरोसिस,  हैपेटाइटिस और अन्य लीवर डीजीज में दी जाने वाली दवाइयों का असर पता करने के लिए भी किया जाता है. 

    Liver की जांच के लिए अन्य टेस्ट –

    चूकि GPT एक लीवर एंजाइम है इसलिए लीवर से संबंधित किसी तरह की समस्या होने पर SGPT का level बढ़ जाता है.लीवर से जुड़ी बिमारीयों का पता लगाने के लिए liver function test के अन्य टेस्ट भी लिखें जाते हैं. जैसे कि –

    SGOT test 

    Bilirubin 

    Albumin 

    Protein 

    Alkaline phosphatus 

    इन सभी टेस्ट के अलावा डॉक्टर ultrasound कराने की सलाह दे सकते हैं.जिससे लीवर की स्थिति और बीमारियों का सही से पता लगाया जा सके और ईलाज किया जा सके.

    SGPT test कब कराना चाहिए? 

    SGPT test से लीवर के रोगों का पता लगाया जाता है.अत: यदि आपको पहले से लीवर से जुड़ी समस्या है या लीवर से जुड़ी बिमारीयों के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको लीवर फंक्शन टेस्ट जरूर करना चाहिए.लीवर खराब होने के कई सारे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. जैसे कि –

    • आपको कमजोरी महसूस हो रही है 
    • कम भूख लगना 
    • खाना का नहीं पचना या अपच होना 
    • पेट दर्द 
    • शरीर का पीला होना 
    • पेशाब का पीला होना 
    • हाथ – पॉव का फूलना 
    • चक्कर आना 

    यदि आपको इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे रहे हैं और यदि आपको पहले से jaundice, hepatitis या लीवर सिरोसिस की समस्या है तो डॉक्टर से दिखाए और इसका इलाज जरूर करें. 

    ये भी पढ़े 👉

    Urine routine test क्या है? 

    MCH blood test in Hindi. 

    PCV test in Hindi. 

    SGPT test कराने से पहले क्या करें? 

    SGPT test कराने के लिए किसी खास तरह की तैयारी की जरूरत नहीं होती हैं. यह टेस्ट आप किसी भी समय करा सकते हैं.

    इसके लिए उपवास रखने या खाना खाने में किसी भी तरह की पाबंदी नहीं है. परन्तु यदि आपको पहले से कोई बीमारी है और उसका इलाज चल रहा है तो डॉक्टर को जरूर बताएं. ताकि डॉक्टर उसके अनुसार आपकी स्थिति को जान सके और सुघार सकें. 

    SGPT test कैसे किया जाता है? 

    SGPT test करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है.जिसे लैब में टेस्ट किया जाता है. आज कल SGPT test करना बहुत ही आसान हो गया है क्योंकि SGPT test के लिए full automatic analyzer या semi analyzer का उपयोग किया जाता है, जिससे टेस्ट करना आसान होता है. 

    लेकिन कई लैब एेसे भी हैं जिनके पास ये महँगे analyzer नहीं होते हैं तो colorimeter से भी SGPT test करते हैं. 

    तो चलिए अब बात करते हैं SGPT test के परिणाम क्या होता है और उसका क्या मतलब होता है .

    SGPT test के परिणाम का मतलब –

    SGPT test की समान्य मात्रा 5-40 U/L होता है. यदि आपके टेस्ट रिपोर्ट में SGPT test मात्रा सामान्य से अधिक है तो इसका मतलब है कि आपके लीवर में किसी प्रकार का इंफेक्शन है.इस तरह SGPT बढ़ने का खतरा निम्न स्थिति में ज्यादा हो सकता है. जैसे कि –

    • Jaundice में 
    • Hepatitis में 
    • Alcoholic liver disease में 
    • Liver cirrhosis में 
    • मोटापा के कारण 
    • जो लोग शराब पीते हैं 
    • जो लम्बे समय से antibiotic ले रहे हैं 

    जो लम्बे समय से Cholesterol की दवाई ले रहे हैं, उन लोगों में SGPT के बढ़ने और लीवर संबंधित रोगों का खतरा बना रहता है. 

    SGPT test कराने में क्या जोखिम हो सकता है? 

    SGPT test के लिए एक normal test के तरह ही आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है और लैब में जाँच किया जाता है. Blood sample देने के दौरान हो सकता है कि आपको चक्कर आए, स्वेलिंग हो या थोड़ा दर्द हो सकता है.इसलिए ब्लड सैम्पल देने के बाद थोड़ी देर बैठ कर आराम कर ले उसके बाद ही आप कहीं जाए. 

    एसजीपीटी टेस्ट की कीमत (SGPT test price in Hindi).

    SGPT test की कीमत लगभग 120-180 रूपए तक हो सकती है.जिसका रिपोर्ट 3-4 घंटे के अंदर आ जाता है. किसी भी टेस्ट की कीमत, आपके सुविधा अनुसारा चुने गए लैबों पर निर्भर करता है. इसलिए जब भी टेस्ट कराए तो एक अच्छे लैब में कराए. 

    आपने सीखा –

    दोस्तों आज के इस पोस्ट “SGPT test in Hindi ” के माध्यम से हमने आपको SGPT test से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है. आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा. यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें..धन्यवाद. 

    1 thought on “SGPT test क्या है | SGPT test in Hindi.”

    Leave a Comment