Neutrophils meaning in hindi | Neutrophils क्या होता है?

Neutrophils meaning in hindi |Neutrophils क्या होता है? 

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “Neutrophils meaning in Hindi ” में. दोस्तों आज के इस पोस्ट के माध्यम से आप जानने वाले हैं कि Neutrophils क्या होता है और Neutrophils की जांच कैसे की जाती है. साथ ही हम जानेंगे कि Neutrophils की कमी क्यों होती है या Neutrophils बढ़ जाने के कारण क्या होता है.साथ ही Neutrophils के बारे में और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने वाली है.अत: आप से आशा है कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें. 

Neutrophils meaning in hindi | Neutrophils क्या होता है?
Neutrophils meaning in hindi. 

जब भी हम बीमार होते हैं या हम किसी बैक्टीरिया या वायरस की चपेट में आतें हैं तो हमारे शरीर की सुरक्षा करने के लिए और बैक्टीरिया, वायरस और अन्य बाहरी तत्वों से श्वेत रक्त कोशिकाएँ फाईट करती है.

जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है वह आसानी से बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं और जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है वे स्वस्थ रहतें हैं.इन्हीं श्वेत रक्त कोशिकाओं में से एक है ‘न्यूट्रोफिल्स ‘ जो हमारे स्वस्थ्य सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में एक अहम भूमिका निभाती है. तो चलिए जानतें हैं Neutrophils के बारे में –

Neutrophils क्या होता है? (what is Neutrophils in Hindi). 

Neutrophils श्वेत रक्त कोशिका होती है.श्वेत रक्त कोशिकाएँ पाँच प्रकार की होती है जिसमें न्यूट्रोफिल भी होता है. Neutrophils एक समान्य कोशिका होती है जो सबसे ज्यादा संख्या में पाई जाती है. कुल श्वेत रक्त कोशिका में Neutrophils की संख्या 50-70% तक होती है. 

Neutrophils में 3-6 lobes पाए जाते हैं.इसमें कई प्रकार के nuclear shapes होते हैं जिस कारण इसे Polymorphonuclear (PMN) भी कहा जाता है. इसका जीवनकाल 6 घंटे या कुछ दिनों तक हो सकती है. 

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Neutrophils के कार्य –

जब भी हमारे शरीर में बैक्टीरिया या बाहरी substance का अटैक होता है तो सबसे पहले न्यूट्रोफिल्स सक्रिय हो जाते हैं और उनसे फाईट कर बैक्टीरिया और वायरस को मारते हैं. 

Neutrophils का मुख्य काम होता है बैक्टीरिया को मारना. 

Neutrophils का नार्मल रेंज कितना होता है? 

सामन्यतः हमारे शरीर में 50-70% तक Neutrophils पाए जाते हैं. यदि हम संख्या की बात करे तो यह 1500-8000 कोशिका प्रति माइक्रोलीटर ब्लड में पाया जाता है.

जिसकी संख्या घटने या बढ़ने से हमें कई प्रकार की समस्याएं हो सकती है.यदि न्यूट्रोफिल्स की संख्या 1,000 प्रति माइक्रोलीटर से कम होता है तो इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है.यदि न्यूट्रोफिल्स की संख्या सामान्य से कम हो जाती है तो इसे न्यूट्रोपिनीया कहा जाता है. 

Neutrophils की जांच क्यों किया जाता है?

 Neutrophils की संख्या का पता लगाने के लिए न्यूट्रोफिल्स की जांच की जाती है.साथ ही कई बीमारियों का पता लगाने के लिए भी यह जांच किया जाता है. कीमोथेरेपी में भी Neutrophils की जांच की जाती है. 

न्यूट्रोफिल्स की जांच कैसे की जाती है? 

Neutrophils की जांच करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है और फिर लैब में जाँच किया जाता है.

 न्यूट्रोफिल्स की संख्या DLC count के द्वारा भी पता लगाया जाता है और इसके लिए Absolute Neutrophil count भी किया जाता है,जिसे ANC test भी कहा जाता है. जिससे न्यूट्रोफिल्स का पता लगाया जाता है. जिसका नार्मल रेंज 1,500-8,000 प्रति माइक्रोलीटर होता है. 

न्यूट्रोफिल्स के घटने या बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं तो चलिए जानतें हैं Neutrophils के घटने या बढ़ने के कौन-कौन से कारण हो सकते हैं. 

Neutrophils के घटने के कारण –

Neutrophils घटने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ कारण इस प्रकार है –

  • कई प्रकार की दवाइयों का सेवन करने से 
  • बौन मैरौ की समस्या होने के कारण 
  • हैपेटाइटिस ए, बी या सी होने के कारण 
  • एनिमिया में जैसे कि Aplastic anemia में 
  • HIV ,AIDS 
  • ल्यूकिमिया में और अन्य ऑटोइम्यून बीमारियों में 

इनके अलावा और भी कई कारण हो सकते हैं जिससे न्यूट्रोफिल्स कम हो जाते हैं. ऐसा कई प्रकार की बीमारियों और कई प्रकार की बिशेष दवाइयों के कारण भी न्यूट्रोफिल्स की संख्या में कमी आ सकती है. 

Neutrophils बढ़ने के कारण –

Neutrophils की संख्या में समान्य से अधिक की वृद्धि होने के कई कारण हो सकते हैं. कई बार सामन्यतः चोट लगने के कारण भी न्यूट्रोफिल्स की संख्या बढ़ जाती है. न्यूट्रोफिल्स के बढ़ने के अन्य कारण निम्न है –

  • गर्भावस्था में 
  • मोटापा 
  • कई प्रकार की अनुवांशिक बीमारियों में 
  • सर्जरी या दुर्घटना में 
  • तम्बाकू का सेवन करने से या 
  • किसी बिशेष दवाइयों का सेवन करने से 

Inflammatory disease में न्यूट्रोफिल्स की संख्या बढ़ जाती है. जिन व्यक्तियों में न्यूट्रोफिल्स की संख्या सामान्य से अधिक होती है उसे Neutrocytosis या न्यूट्रोफिलिया कहा जाता है. 

Conclusion –

दोस्तों आपने आज के इस पोस्ट “Neutrophils meaning in Hindi ” के माध्यम से जाना कि Neutrophils क्या होता है और Neutrophils का नार्मल रेंज कितना होता है. साथ ही आपने जाना कि Neutrophils के घटने या बढ़ने के कौन-कौन से कारण होते हैं. 

आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें. धन्यवाद. 

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