हीमोग्लोबिन क्या होता है? | Hb (Hemoglobin) test in Hindi.

 हीमोग्लोबिन क्या होता है? | Hemoglobin (Hb) test in Hindi.

 प्रिय पाठकों,आज के इस पोस्ट “Hb test in Hindi ” के  माध्यम से आपको हिमोग्लोबिन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां देने वाला हूं. जैसे कि हिमोग्लोबिन क्या होता है? हीमोग्लोबिन की जांच कैसे की जाती है? हिमोग्लोबिन कितना होना चाहिए.

हिमोग्लोबिन के कम या ज्यादा होने से हमारे शरीर में इसका क्या प्रभाव पड़ता है साथी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां इस पोस्ट के माध्यम से आपको मिलने वाली है अतः आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े और समझे.

हीमोग्लोबिन क्या होता है? | Hb test in Hindi.
Hb test in hindi. 

हीमोग्लोबिन की जांच एक common test है ,जो लगभग सभी lab में ज्यादातर किए जाते हैं. जब भी आप बीमार पड़ते हैं या किसी प्रकार की समस्या आती है तो उसमें हीमोग्लोबिन की जांच जरूर लिखी जाती है. 

यदि हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है तो इसका मतलब है कि हमारे शरीर में ब्लड की मात्रा भी कम है, क्योंकि हमारे लाल रक्त कोशिकाओं में हिमोग्लोबिन पाई जाती है. हीमोग्लोबिन कम होने से हमें कई प्रकार की बीमारी है हो सकती है. 

 हिमोग्लोबिन क्या है?(what is hemoglobin in Hindi). 

 हिमोग्लोबिन, लाल रक्त कोशिका में पाए जाने वाल एक प्रकार की प्रोटीन होता है. जो प्रोटीन और आयरन से मिलकर बना होता है. हिमोग्लोबिन हमारे शरीर  के विभिन्न भागों में ऑक्सीजन को पहुंचाने  और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालने का काम करती है.

Hb test क्या होता है ?(what is Hb test in Hindi). 

 हिमोग्लोबिन एक प्रकार का ब्लड जांच है.जिससे शार्ट में Hb test भी कहा जाता है.Hb test को CBC profile test का एक जाँच होता है. हिमोग्लोबिन की जांच कई तरीकों से किए जा सकते हैं ,परंतु hemoglobin की जांच  Sahli’s method से ही ज्यादेतर लैबों में किया जाता है. तो चलिए जानते हैं हिमोग्लोबिन की जांच कैसे की जाती है?

 हीमोग्लोबिन की जांच क्यों की जाती है?

 हमारे शरीर में रक्त की मात्रा का पता लगाने के लिए  हिमोग्लोबिन की जांच की जाती है और साथ ही रक्त में हिमोग्लोबिन की संख्या कितनी है इसका भी पता लगाया जाता है.

  • यदि हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की संख्या कम हो जाती है तो इससे एनीमिया होती है. 
  • यदि हिमोग्लोबिन की संख्या बढ़ जाती है तो इसे Polycythemia कहतें हैं. 

हिमोग्लोबिन की कमी होने के कारण चक्कर आना, सिर दर्द करना,कमजोरी होना, भूख का कम लगना जैसी लक्षण दिखाई देते हैं. 

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 हिमोग्लोबिन की जांच कैसे की जाती है?

 हीमोग्लोबिन की जांच के लिए सामान्यता 2 methods से किया जाता है. यह Sahlis method या colorimetric method से लगभग सभी लैबों में करते हैं. तो आज हम Sahli’s method  से हीमोग्लोबिन की जांच करना सीखेंगे. 

 जब भी आप हिमोग्लोबिन की जांच कराने जाएंगे तो आपका ब्लड सैंपल लिया जाएगा. यदि केवल हिमोग्लोबिन का टेस्ट ही लिखा गया है, तो वह आपके finger को prick करके ब्लड कलेक्ट कर लेंगे और यदि हिमोग्लोबिन के साथ अन्य टेस्ट भी लिखा हुआ होता है तो आपके hand से ब्लड सैंपल लिया जाएगा इसके बाद इसका टेस्ट किया जाएगा.

Sahlis method से हीमोग्लोबिन की जांच कैसे करें? 

Sahlis method को acid hematin method या color match technique भी कहा जाता है. Sahlis method से हीमोग्लोबिन की जांच करने के लिए निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होती है. जैसे कि –

Requirement for hb test in Hindi. 

  1. Blood sample 
  2. Hb tube 
  3. Hb pipette 
  4. Hb meter (Hemoglobino meter) 
  5. Hb rod (for mixing) 
  6. HCL 
  7. Distilled water 

हीमोग्लोबिन कैसे चेक करतें हैं? हीमोग्लोबिन की जांच करने की विधि- 

Procedure

  • सबसे पहले Hemo meter ले, जिसमें hb tube होता है. इसे अच्छे से साफ कर ले. 
  • फिर इसमें hb tube के सबसे lowest part यानि 2 mark तक N/10  HCL acid (Hydrochloric acid) ले. 
  • Patient के अंगुली को lancet से prick करकें hb pippette में 20 marks तक blood ले लें. 
  • फिर इस ब्लड को hb tube में डालकर hb rod से अच्छे से मिक्स करें और 5-10 मिनट तक छोड़ दें. 
  • पुन: इस hb tube में बून्द-बून्द करके distilled water डालते जाए और मिक्स करते रहें. 
  • फिर Hemo meter में उपस्थित rod के color से, hb tube के color को मिलाए.जब आपको यह लगे कि color अच्छे से match हो गया है तो इसका result gm% में दें. 

हीमोग्लोबिन नार्मल रेंज कितनी होना चाहिए? (hb test normal range in Hindi). 

Hemoglobin का normal range सभी के लिए अलग होता है. जैसे नवजात शिशु, बच्चे, बूढ़े और महिला में भी hemoglobin की normal range कुछ इस प्रकार से होती है –

  • Infants – 17-21 gm/dl or  gm%
  • Child – 11-13 gm%
  • Male – 14-18 gm %
  • Female – 12-16 gm %.

कई ऐसे कारण होते हैं जिससे hemoglobin की कमी होती है.तो चलिए जानतें हैं हीमोग्लोबिन के कम होने के कौन कौन से कारण होते हैं. 

 हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की संख्या कम होती है तो इससे एनीमिया होता है और यदि हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की संख्या ज्यादा होती है तो इसे पॉलीसिथीमिया कहते हैं.

हीमोग्लोबिन के कम होने के कारण –

 हिमोग्लोबिन की कमी के कारण एनीमिया होता है हिमोग्लोबिन के कम निकले कई कारण हो सकते हैं जैसे कि-

Loss of blood –  खून की कमी के कारण हिमोग्लोबिन में कमी होती है.कई बार किसी injury , bleeding disorder, stomach ulcer या surgery के कारण भी खून की हो जाती है और hemoglobin कम हो जाता है. 

पोषकतत्वों की कमी – भोजन में सही मात्रा में पोषकतत्वों के नहीं मिलने के कारण, शरीर में पोषकतत्वों की कमी हो जाती है.

Bone marrow की समस्या के कारण, जब ब्लड सही से नहीं बनता है तो इससे blood और hemoglobin की कमी हो जाती है. 

Kidney failure के कारण 

Sickle cell anemia के कारण 

Thelasemia के कारण 

 हीमोग्लोबिन बढ़ने के कारण-

High altitude –  ऊंचे स्थानों पर रहने वाले लोग जैसे पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों में हिमोग्लोबिन का लेवल ज्यादा पाया जाता है.

Smoke –  धूम्रपान करने वाले लोगों में भी हिमोग्लोबिन का लेवल जागे हो सकता है. गंगापुर सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है.अत: धूम्रपान करने से बचें.

Polycythemia Vera –   जब  बोन मैरो के द्वारा रेड ब्लड सेल के संख्या ज्यादा बनाने लगता है तो इसे पुलिस आई थी में आगरा करते हैं जिस कारण से इनकमिंग लेवल ज्यादा हो जाता है.

Dehydration के कारण 

दोस्तों, आपको यह पोस्ट “hb test in Hindi ” कैसा लगा,हमें कमेंट करके जरूर बताएं. यदि आपको इस पोस्ट के माध्यम से हीमोग्लोबिन से जुड़ी अच्छी जानकारी मिली है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें ताकि उन्हें भी इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सकें.. धन्यवाद.. 

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