विटामीन क्या है और कितने प्रकार का होता है | Vitamin kitne prakar ke hote hai.

विटामीन क्या है और कितने प्रकार का होता है | Vitamin kitne prakar ke hote hai. 

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “Vitamin Kitne prakar ke hote hai ” में. आज हम जानेंगे कि Vitamin क्या होता है, विटामीन की खोज किसने की और विटामिन कितने प्रकार के होतें हैं. साथ ही हम जानेंगे कि कौन से विटामीन की कमी से कौन सा रोग होता है और विटामिन के कौन से स्रोत होते हैं. इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें. 

विटामीन क्या है और कितने प्रकार का होता है | Vitamin kitne prakar ke hote hai.
Vitamin कितने प्रकार के होतें हैं. 

    विटामीन क्या होता है? (What is Vitamin in Hindi). 

    विटामीन कार्बनिक पदार्थ होता है,जो हमारे लिए बहुत ही उपयोगी होता है.विटामीन की थोड़ी ही मात्रा हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है. हमारे शरीर में विटामीन की कमी होने से कई प्रकार के रोग हो सकते हैं.जैसे कि -रतौंधी, बेरी-बेरी,स्कर्वी इत्यादि. 

    Vitamin की खोज कसमीर फंक (casimir funk) ने सन् 1912 में किया था.विटामीन हमारे शरीर में होने वाले कई प्रकार के चयापचय क्रियाओं में मदद करता है तथा और भी अन्य क्रियाओं में भी सहयोगी होता है. तो चलिए अब जानतें हैं विटामीन कितने प्रकार के होतें हैं.

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    विटामीन कितने प्रकार के होतें हैं? 

    हमारे शरीर के लिए कुल तेरह तरह की विटामीन आवश्यक होतें हैं.ये विटामीन हैं –

    • Vitamin A
    • Vitamin B 
    • Vitamin B1
    • Vitamin B2
    • Vitamin B3
    • Vitamin B5
    • Vitamin B6
    • Vitamin B7
    • Vitamin B9
    • Vitamin B12
    • Vitamin C 
    • Vitamin D
    • Vitamin E
    • Vitamin K

    जल में घुलनशीलता के आघार पर विटामीन को दो भागों में बाँटा गया है. जो इस प्रकार है –

    जल में घुलनशील – जल में घुलनशील विटामीन में विटामीन B और C आतें हैं. जल में घुलनशील विटामीन शरीर में संचित (store) नहीं रहता है.

    इसलिए इस प्रकार के विटामीन की मात्रा को बनाए रखने के लिए हमें भोजन के द्वारा लेना होता है. इसलिए यह जरूरी है कि हम अच्छे और विटामिन बी,सी युक्त भोजन करें. जिसके बारे में हम आगे जानने वाले हैं. 

    वसा में घुलनशील – वसा में घुलनशील विटामीन हमारे शरीर में महीनों तक संचित (store) रहता है.वसा में घुलनशील विटामीन -A, D, E और K है.इसे याद रखने के लिए  कीडा (KEDA) को याद रखें. 

    यहाँ आपने जाना कि vitamin किसे कहतें हैं और विटामीन को कितने भागों में बाँटा गया है. चलिए अब जानतें हैं कि कौन से विटामीन का क्या काम होता है और इसके कमी से कौन सा रोग होता है. 

    विटामीन की कमी से होने वाले रोग एवं रसायनिक नाम –

    • विटामीन A- Vitamin A का रसायनिक नाम Retinol होता है. विटामीन ए की कमी से रतौंधी होता है.
    • विटामीन B- Vitamin B का रसायनिक नाम Thiamine होता है. विटामीन बी की कमी से बेरी-बेरी रोग होता है. 
    • विटामीन C- Vitamin C का रसायनिक नाम scorbic acid होता है. विटामीन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग होता है. 
    • विटामीन D- Vitamin D का रसायनिक नाम Calciferol होता है 
    • विटामीन डी की कमी से रिकेट्स रोग होता है. 
    • विटामीन E- Vitamin E का रसायनिक नाम Tecopherol होता है. विटामीन ई की कमी से नपुंसकता और बांझपन होता है. 
    • विटामीन K- Vitamin K का रसायनिक नाम Philo Quinone होता है. विटामीन के की कमी से रक्त का थक्का बनता है. 

    विटामीन के रसायनिक नाम और उनके कमी से होने वाले रोगों के के बारे में आपने जाना. जो आसान और याद रखने योग्य हैं.अब हम जानेंगे कि vitamin एवं उनके स्रोत के बारे में विस्तार से. 

    विटामीन A –

    विटामीन A का रसायनिक नाम  रेटिनॉल (Retinol ) होता है.इसकी कमी से रतौंधी होता है. विटामीन A  का मुख्य काम होता है, हमारे शरीर के मांशपेशियो तथा हड्डियों को मजबूत रखना तथा खून में calcium की मात्रा को Balance रखना है.यह हमारे बालों को भी मजबूत रखता है. 

    स्रोत –

    विटामीन ए का मुख्य स्रोत होता है -दूध, अण्डा, पनीर और हरे पत्तेदार सब्जियां .

    विटामीन B –

    Vitamin B1- Vitamin B1 का रसायनिक नाम Thiamine होता है और इसकी कमी से बेरी-बेरी होता है. यह हमारे मस्तिष्क को स्वस्थ्य रखने में बहुत ही उपयोगी होता है. 

    स्रोत –

    इसका मुख्य स्रोत होता है -सूर्यमुखी के बीज,आलू, अण्डा, अनाज और संतरा. 

    Vitamin B2-

    Vitamin B2 का रसायनिक नाम Riboflavin होता है. इसका मुख्य काम होता है त्वचा को सुरक्षित रखना. इसकी कमी से त्वचा का फटना, जीभ का फटना और आँखों का लाल होना जैसी समस्या होती है. 

    स्रोत –

    इसका मुख्य स्रोत होता है -दूध, दही, मांश, अंडे ,हरी सब्जियां, बीन्स और मछली. 

    Vitamin B3-

    Vitamin B3 का रसायनिक नाम Niacin होता है. यह हमारे शरीर में Blood pressure को रखने में सहायक होता है. साथ ही सिर दर्द और दस्त की समस्या को कम करता है. इसकी कमी से बाल सफेद होता है और मंदबुद्धि होता है. 

    स्रोत –

    इसका मुख्य स्रोत खजूर, दूध, अंडा, टमाटर, गाजर, मूँगफली और गन्ना होता है. 

    Vitamin B5-

    Vitamin B5 का रसायनिक नाम Pentothenic acid होता है. यह जल में घुलनशील विटामीन है. इसका मुख्य काम बालों का स्वस्थ एवं सफेद होने से बचाना होता है.साथ ही यह तनाव को कम करता है.इसकी कमी से पेलाग्र और डी- 4 जैसी बीमारियां होती है. 

    स्रोत –

    Vitamin B5 का मुख्य स्रोत -मांश, मूँगफली, आलू, टमाटर और हरे पत्तेदार सब्जियां होता है. 

    Vitamin B6- 

    Vitamin B6 का रसायनिक नाम Pyridoxin होता है. इसका मुख्य काम शरीर के थकानों को कम करना, तनाव तथा अनिद्रा से मुक्त करता है. इसकी कमी से एनिमिया और त्वचा रोग होता है.

    स्रोत –

    Vitamin B6 का मुख्य स्रोत मांश, अनाज, केले और सब्जियां होता है. 

    Vitamin B7-

    Vitamin B7 का रसायनिक नाम Boitin होता है. यह बालों तथा त्वचा के लिए अच्छा होता है. इसकी कमी से लकवा, शरीर में दर्द और बाल झरने लगते हैं. 

    स्रोत –

    Vitamin B7 का मुख्य स्रोत अंडे की जर्दी, मांश, दूध और सब्जियां होता है. 

    Vitamin B9-

    Vitamin B9 का रसायनिक नाम folic acid होता है.यह त्वचा के रोगों और गठिया की शिकायत को ठीक करने में बहुत ही उपयोगी होता है.गर्भवती महिला को यह लेने की सलाह दी जाती है.इसकी कमी से पेचिश और एनिमिया होता है. 

    स्रोत –

    Vitamin B9 का मुख्य स्रोत दाल, सब्जियाँ,फल और सूरज मुखी का बीज होता है. 

    Vitamin B12- 

    Vitamin B12 का रसायनिक नाम Cyanocobalmin होता है. यह एनिमिया अर्थात खून की कमी और मुँह के अल्सर को कम करता है. इसकी कमी से एनिमिया होता है. 

    स्रोत –

    इसका मुख्य स्रोत मांश, कलेजी, दूध, अंडा और दूध से बने उत्पाद होता है 

    Vitamin C –

    Vitamin C का रसायनिक नाम Ascorbic acid होता है. यह हमारी त्वचा और हड्डियों के लिए बहुत ही आवश्यक होता है.यह किसी भी घाव को ठीक करने में सहायक होता है. इसकी कमी से स्कर्वी, मसूडो का फूलना और सूजन होता है. 

    स्रोत –

    Vitamin C का मुख्य स्रोत नीम्बू, संतरा, नारंगी और सभी खट्टे पदार्थ में होता है. 

    Vitamin D –

    Vitamin D का रसायनिक नाम Calciferol होता है.इसे sun shine Vitamin भी कहा जाता है. यह हमारे शरीर में calcium absorve करने और immune system को मजबूत करता है.इसकी कमी से रिकेट्स रोग होता है.

    स्रोत –

    Vitamin D का मुख्य स्रोत सूर्य का प्रकाश होता है इसके अलावा यह अंडे की जर्दी और दूध में भी होता है. 

    Vitamin E –

    Vitamin E का रसायनिक नाम Tecopherol होता है. इसे ब्यूटी विटामीन भी कहा जाता है क्योंकि यह चेहरे की सुन्दरता को बनाए रखता है.यह हमारे immune system को भी मजबूत रखता है.इसकी कमी से बांझपन और नपुंसकता होता है. 

    स्रोत –

    Vitamin E का मुख्य स्रोत बादाम, अंडा, दूध, मांश और वनस्पतिक तेल होता है. 

    Vitamin K –

    Vitamin K का रसायनिक नाम Phylloquonine होता है. यह हमारे हड्डियों को स्वस्थ्य और उत्तकों के लिए प्रोटीन बनाता है. इसकी कमी से रक्त का थक्का बनता है.

    इसका मुख्य स्रोत टमाटर और हरे पत्तेदार सब्जियां होता है. 

    आपने सीखा –

    दोस्तों आपने आज के इस पोस्ट “Vitamin kitne prakar ke hote hai ” के माध्यम से जाना कि vitamins क्या है और इसके कमी से कौन सा रोग होता है. साथ ही आपने जाना कि Vitamin के कौन-कौन से स्रोत होते हैं अर्थात किन चीजों में कौन सा विटामीन पाया जाता है. 

    आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा. यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.. धन्यवाद. 

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