बासा मछली खाने के फायदे एवं नुकसान | Basa fish in Hindi

 बासा मछली खाने के फायदे एवं नुकसान | Basa fish in Hindi

आज के इस पोस्ट “Basa fish in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि basa fish क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. साथ ही आप जानेंगे कि बासा मछली खाने से कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं. इसके अलावा basa fish से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें. 

    बासा फिश क्या है? (What is basa fish in Hindi) –

    बासा एक मछली की प्रजाति है यानि मछली है. बासा मछली पंगासीडे परिवार में कैटफ़िश की एक प्रजाति है । बासा मछली (basa fish) मुख्यभूमि दक्षिण पूर्व एशिया में मेकांग और चाओ फ्राया घाटियों के मूल निवासी हैं । ये मछली एक अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ महत्वपूर्ण खाद्य मछली हैं। उन्हें अक्सर उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में “बासा मछली”, “स्वाई” या “बोकोर्टी” के नामों से जाना जाता है। 

    बासा मछली की पहचान कैसे करें? 

    बासा का शरीर मोटा और भारी होता है। इसका गोल सिर जितना लंबा होता है, उससे कहीं अधिक चौड़ा होता है, जिसके थूथन पर एक सफेद पट्टी होती है। यह प्रजाति 120 सेंटीमीटर (47 इंच) की अधिकतम लंबाई तक बढ़ती है।

    बासा मछली पौधों पर फ़ीड करती है। वे बाढ़ के मौसम की शुरुआत में पैदा होते हैं और जून के मध्य तक युवाओं को पहली बार जून में देखा जाता है, औसतन लगभग 5 सेंटीमीटर (2.0 इंच)।

    बासा फिश में मौजूद पोषक तत्व ( Nutrients in basa fish in hindi) –

    लगभग 126 ग्राम बासा फिश में निम्न पोषक तत्व मौजूद होते हैं । जो इस प्रकार है –

    • कैलोरी (Calories) – 158
    • प्रोटीन (Protein) – 22.5 grams
    • फैट (Fat) – 7 grams
    • सेचुरेटिड फैअ (Saturated fat) – 2 grams
    • कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) – 73 mg
    • कार्बोहाइड्रेट (Carbs) – 0 grams
    • सोडियम (Sodium) – 89 mg

    इन सभी पोषक तत्वों के अलावा इसमें लगभग 5 ग्राम अनसैचुरेटेड फैट होता है जिसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड भी शामिल है । 

    बासा फिश खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ (Benefits of basa fish in hindi) –

    जैसा कि हमने आपको बताया कि यह मछली हाई क्वालिटी प्रोटीन से भरपूर होती है और इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत ही कम होती है इसलिए जो लोग वजन कम करने के लिए डाइटिंग कर रहे हैं उनको भी यह मछली काफी अच्छा फायदा पहुंचाती है । तो आइए जानते हैं इस मछली के स्वास्थ्यवर्धक फायदे के बारे में –

    बासा मछली खाने से लंबी होती है आपकी उम्र-

    विभिन्न अध्ययनों में यह पाया गया है की बासा मछली या कोई भी अन्य मछली खाने से आपकी उम्र में इजाफा होता है । इसका कारण है बासा मछली में मौजूद हाई क्वालिटी प्रोटीन तथा ओमेगा 3 फैटी एसिड । एक अध्ययन में यह पाया गया है कि जिन लोगों ने मछलियों का अधिक सेवन किया था वे दूसरे लोगों की तुलना में 2 वर्ष ज्यादा जिय ।

    यहां हम यह बात स्पष्ट कर देते हैं कि यह केवल एक अवलोकनात्मक अध्ययन है । इस अध्ययन के आंकड़े मौजूद नहीं हैं ।

    बासा मछली हृदय के लिए लाभकारी –

    जो लोग मछली का अधिक सेवन करते हैं उनको हृदय से संबंधित कम समस्याएं पाई जाती हैं । इसका कारण है मछली में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड का मौजूद होना । ऑयली फिश में ओमेगा 3 फैटी एसिड बहुत अधिक मात्रा में होता है तथा पतली लंबी मछलियों में कोलेस्ट्रोल का स्तर काफी कम होता है जिससे हृदय की समस्याएं काफी हद तक कम हो जाती हैं ।

    बासा फिश में मौजूद होता है हाई प्रोटीन –

    बासा फिश में दूसरी मछलियों की तरह हाई क्वालिटी प्रोटीन काफी अधिक मात्रा में मौजूद होता है । प्रोटीन हमारे शरीर के विकास तथा ऊतकों की मरम्मत के लिए बहुत अधिक जरूरी होता है । इसके अलावा हमारे शरीर में बहुत से एंजाइम्स ऐसे होते हैं जो प्रोटीन की मदद से ही बनते हैं ।

    बासा फिश में कैलोरी कम मात्रा में होती है –

    बासा फिश की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें कैलोरी दूसरी मछली की तुलना में बहुत कम मात्रा में होती है । यही कारण है कि इससे मोटे लोगों के द्वारा या जो लोग डाइटिंग कर रहे हैं उनके द्वारा भी खाया जा सकता है । 126 ग्राम मछली में लगभग 160 कैलोरी ऊर्जा होती है जो कि काफी हद तक सही है ।

    क्या बाशा मछली का सेवन करना सुरक्षित है?

    वैसे तो विभिन्न अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि किसी भी प्रकार की मछली को खाने से आपके शरीर में कुछ ना कुछ प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है । इसका मुख्य कारण यह है कि मछलियां नदियों या समुंद्र में पाई जाती हैं तथा अपने भोजन में इंडस्ट्रीज के द्वारा नदियों या समुद्र में छोड़े गए वेस्ट मटेरियल को अपने भोजन के रूप में ग्रहण करती हैं ।

    इन वेस्ट मटेरियल में मरकरी तथा पॉलीक्लोरिनेटेड बायफिनायल हो सकता है । यह योगिक हमारे शरीर के लिए बेहद खतरनाक होते हैं तथा हमें कोई भी साइड इफेक्ट दे सकते हैं ।

    लेकिन इन सबके बावजूद यदि यह माना जाए की मछलियां इंडस्ट्रीज के द्वारा छोड़े गए अपशिष्ट पदार्थों को नहीं ग्रहण करती हैं तो उनके बहुत से फायदे भी होते हैं जो हमने आपको ऊपर गिनाए हैं । एक अध्ययन में यह माना गया है की बाशा मछली मैं मौजूद विषैले तत्व दूसरे मछली की तुलना में काफी कम होते हैं ।

    Basa fish के नुकसान –

    बासा फिश एक सफेद फिश होती है तथा दूसरी मछलियों की तरह इसमें बहुत ज्यादा कैलोरी नहीं होती है । इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है तथा हाई क्वालिटी प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, यही कारण है कि जो लोग ज्यादा मोटे होते हैं या ज्यादा वर्कआउट नहीं करते हैं उन्हें बासा मछली नुकसान नहीं पहुंचा सकती हैं ।

    वैसे तो इसका सेवन हर व्यक्ति कर सकता है परन्तु मोटे या ज्यादा फैट वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए परन्तु यदि आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो किसी डाइटिशियन या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.  

    Conclusion (basa fish ke fayde)  –

    आज के इस पोस्ट “Basa fish in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि basa fish क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. साथ ही आपने जाना कि बासा मछली खाने से कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं. इसके अलावा basa fish से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जाना इसलिए आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और आपको उचित जानकारी मिली होगी.. धन्यवाद. 

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