अलसी के फायदे एवं नुकसान | Flax seeds Benefits in Hindi.

अलसी के फायदे एवं नुकसान | Flax seeds Benefits in Hindi.

अलसी के फायदे एवं नुकसान | Flax seeds Benefits in Hindi.
flax seeds Benefits in Hindi.

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक बहुत ही महत्वपूर्ण पौधा अलसी के गुण के बारे में और अलसी के फायदे के बारे में भी जानेंगे साथ यह भी जानेंगे कि अलसी का प्रयोग किन बिमारीयों में किया जाता है. 

आपने ने भी अलसी का प्रयोग किसी न किसी रूप में जरूर किया होगा खासकर जो गांवों में रहते हैं, वे इसे देखते ही पहचान जाते हैं भले वह इन्हें किसी और नाम से जानते हो. परन्तु वह भी अलसी के फायदे और औषधीय गुणों के बारें में नहीं जानतें होगें? तो चलिए जानतें हैं अलसी के फायदे और औषधीय गुणों के बारें में. 

    अलसी क्या है? (flax seeds in Hindi). 

    अलसी का दूसरा नाम तीसी है जिसका वनस्पतिक नाम लिनेन उसितटिसिमम है और इंगलिस में flax seed or Linseed भी कहा जाता है. 

    अलसी का उपयोग जड़ी बूटी और खाद्य पदार्थ के रूप में किया जाता है.अलसी गर्मीला होता है और इसमें कई सारे औषधीय गुण होते हैं जिस कारण यह कई तरह की बीमारियों में प्रयोग किया जाता है. 

    अलसी मे खास कर ओमेगा-3,फाइबर ,फैटी एसिड के साथ और भी कई तत्व पाया जाता है.जो कई प्रकार की बीमारियों में काम में लाया जाता है.

    अलसी में क्या – क्या होता है? 

    अलसी में विटामिन ई(vitamin E), ओमेगा- 3 फैटी एसिड ,अल्फा-लिनोलेनिक एसिड पाया जाता हैं जो दिल और दिमाग को  स्वस्थ रखने में मदद करता है. इसके अलावा अलसी में कई तरह के विटामिन B6, आयरन, पोटेशियम, कॉपर और जिंक भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।

    अलसी खाने से क्या फायदा होता है?

    अलसी खाने से बहुत सारे फायदे होते हैं.यदि आप अपनी डाइट में  अलसी का उपयोग करना  स्टार्ट कर दें तो या आपके लिए  एक वरदान  साबित हो सकता है  हमारे शरीर के  कई सारी बीमारियों  और ठीक करने में सहायक होता है .

    जैसे कि -इससे हृदय रोग (heart disease) को कम करने में अलसी का उपयोग कर सकते हैं.

    यह हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल  की मात्रा को कम करने में सहायक होता है.  

    पाचन शक्ति को मजबूत करने में, कई प्रकार के दर्द को कम करने के लिए अलसी का उपयोग किया जाता है. वजन कम करने के लिए, शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए, घाव को भरने के लिए और भी कई सारे फायदे होते हैं.

    आइए जानते हैं इन सभी लोगों के बारे में कि हम किस प्रकार से किन लोगों में अलसी का उपयोग किस तरह से कर सकते हैं.

    वजन कम करने में अलसी के फायदे –

    अलसी वजन को कम करने के लिए उपयोग में लाया जाता है क्योंकि अलसी में लो कार्बोहाईड्रेट, गुड फैट और उच्च मात्रा में प्रोटीन होता हैं. वजन कम करने के लिए अलसी के बीज को भूनकर या कच्चा ही चूर्ण बना लें.

    अब चूर्ण को पानी के साथ सुबह और शाम एक-एक चम्मच सुबह और शाम मिलाकर पिए इस तरह यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को भी ठीक करता है और अापके वजन कम करने में भी सहायक होता है.

    नींद ना आने की बीमारी में अलसी का प्रयोग कैसे करें –

    कई ऐसे व्यक्ति होते हैं जिन्हें नींद ना आने की बीमारी होती है, इन बीमारियों में अलसी का सेवन फायदेमंद होता है। इसके लिए अलसी, तथा एरंड तेल को बराबर-बराबर मात्रा में लें और कांसे की थाली में अच्छे से पीस लें। अब इसे आंखों में काजल की तरह लगाने से नींद अच्छी आएगी। 

    आँखों के रोगों में अलसी का उपयोग –

    अलसी, आँखों से जुड़ी कई बीमारियों में बहुत फायदेमंद होता है।  आँखों की बीमारियों, जैसे- आंख आना, आंखों की लालिमा खत्म होने और भी कई प्रकार की समस्या को ठीक करने के लिए अलसी के बीजों को पानी में फूला लें। इस पानी को आंखों में डालें। इससे आँख आने की परेशानी में फायदा होता है। 

     दर्द और सूजन में अलसी का फायदे –

    तीसी (अलसी) का इस्तेमाल करने से दर्द और सूजन में भी बहुत फायदा होता है। इसके लिए अलसी से बनाई हुई लेप बहुत काम करती है। 

    लेप बनाने के लिए एक भाग कुटी हुई अलसी को , 4 भाग उबलते हुए पानी में डालकर धीरे-धीरे मिलाएं और ध्यान दें, यह गीली होनी चाहिए परन्तु बहुत गाढ़ा नहीं होना चाहिए। अब इस लेप को दर्द, या सूजन वाले अंग पर तेल की तरह अच्छे से लगाएं। इसके प्रयोग से सूजन, और दर्द दूर होती है।

    कान की सूजन को ठीक करने के लिए अलसी का प्रयोग –

    कई बार कान में तिनका करने से, कान दर्द और कान में सूजन की समस्या हो जाती है.कान के सूजन या दर्द को ठीक करने के लिए अलसी के गुण उपचार स्वरुप बहुत काम आते हैं। इसके लिए अलसी के बीज को प्याज के रस में पकाकर, छान लें। इसे 1-2 बूंद कान में डालने से कान की सूजन ठीक हो जाती है।

    अलसी के फायदे सिर दर्द में –

    आजकल की व्यस्त लाइफस्टाइल में सिरदर्द की समस्या से सबसे ज्यादा होतें हैं.सिरदर्द की समस्या से राहत पाने के लिए अलसी का सही तरीकें से प्रयोग करने पर अलसी के गुणकारी लाभ पूरी तरह से मिल सकता है। 

    इसके लिए अलसी के बीजों को ठंडे पानी में पीसकर लेप बना लें और इस लेप को लगा लें । इससे सूजन के कारण होने वाले सिर दर्द या अन्य तरह के सिर दर्द में फायदा मिलता है।

    जुकाम में अलसी के फायदे –

    यदि आप जुकाम से परेशान हैं, तो तीसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। महीन करके पिसी हुई अलसी को धीमी आंच से तवे पर अच्छें से भून लें। जब यह अच्छी तरह भून जाता है और गंध आने लगती , तब पीस लें। 

    इसमें बराबर मात्रा में भूनीं हुई अलसी और मिश्री मिला लें। आप इसे 5 ग्राम की मात्रा में गर्म पानी के साथ, सुबह और शाम खा सकते हैं. इससे जुकाम में लाभ होता है।

    खांसी और दमा में अलसी के फायदे –

    मौसम में बदलाव के साथ खांसी और दमे की समस्या होती है और इससे बार-बार परेशान रहते हैं तो अलसी का सही तरह से प्रयोग कर  पूरा फायदा उठा सकते हैं।इसके लिए इस तरह से करें अलसी का सेवन –

    • अलसी के बीज खाने से खांसी और दमा रोग में भी राहत मिलते हैं। अलसी के बीजों का काढ़ा बना लें और इसे सुबह और शाम पीने से खांसी और अस्थमा में लाभ होता है। इसके साथ ठंड के दिनों में मधु  तथा गर्मी में मिश्री मिलाकर काढ़ा का सेवन करना चाहिए।
    • इसी तरह 3 ग्राम अलसी के चूर्ण को, 250 मिली पानी में डालकर उबाल ले । इसे 1 घण्टे तक छोड़ दें और इसमें थोड़ी चीनी मिलाकर सेवन करें। इससे सूखी खांसी तथा अस्थमा के मरीजों को लाभ होता है।
    • आप खांसी, और दमा के उपचार के लिए यह तरीका भी आजमा सकते हैं। 3 ग्राम अलसी के बीजों को मोटा कूट लें। इसे 250 मिली उबलते हुए पानी में भिगो दें। इसे एक घंटा ढक कर रख दें। इसे छानकर, थोड़ी चीनी मिला लें। इसका सेवन करने से भी सूखी खांसी और दमा की बीमारी ठीक हो जाती है।
    • इसके अलावा, अलसी के बीजों (alsi ke beej) को भूनकर शहद, या मिश्री के साथ चाटें। इससे खांसी, और दमा का इलाज होता है।

    अलसी के औषधीय गुण से खांसी को ठीक किया जा सकता है। आप तीसी के भूने बीज से 2-3 ग्राम चूर्ण बना लें। इसमें मधु, या मिश्री मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें। इससे खांसी ठीक हो जाती है।

    थायराइड में अलसी का उपयोग कैसे करें –

    आप थायराइड का उपचार करने के लिए अलसी का प्रयोग कैसे करें? आइए जानतें हैं-

    इसके लिए बराबर-बराबर मात्रा में अलसी के बीज, शमी, सरसों, सहिजन के बीज, जपा के फूल, तथा मूली की बीज को छाछ से पीसकर अच्छे से पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को गले की गांठों आदि पर लेप करने से थायराइड की समस्या में लाभ होता है. 
     इसके अलावा अलसी के इस्तेमाल से वजन नियंत्रित, पाचन तंदुरुस्त, कैंसर, मधुमेह, कब्ज संबंधी समस्या में फायदेमंद है। अलसी को साबुत खाने से शरीर से विषाक्त तत्व निकलते (डिटॉक्सीफिकेशन) हैं। इस्तेमाल : नियमित एक चम्मच भुनी हुई साबुत अलसी लेने से बाल, बेजान त्वचा, एलर्जी, पिंपल्स से बचा जा सकता है।

    अलसी खाने से क्या नुकसान है?

    आपको अलसी के फायदे के बारे में जानने के साथ साथ अलसी के ज्यादा खाने से होने वाले नुकसान को भी जानना जरूरी है. कई बार हम अलसी का प्रयोग सही तरीके से नहीं करते हैं जिस कारण हमें नुकसान होता है.तो चलिए जानतें हैं कि कब हमें अलसी का सेवन नहीं करना चाहिए –

     जब भी आप अलसी का सेवन करें तो ध्यान दें कि इसे गाने मात्रा में ना खा ले जब भी आप अलसी का सेवन करें तो एक चम्मच प्रसाद 5 ग्राम या दो चम्मच से ज्यादा अलसी ना खाए.

    अगर आप किसी तरह के दवाई ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही अलसी का सेवन करें. साथ ही यदि आप डायबिटीज पेशेंट हैं. तो आप अपने डायबिटीज को कंट्रोल रखते हुए इसका सेवन कर सकते हैं और यदि किसी प्रकार की होती है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह ले. 

    प्रेगनेंसी के दौरान अलसी का सेवन ना करें. यदि आप फोन को पतला करने वाली दवाई  लेते हैं तो भी अलसी का प्रयोग आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है इसलिए अलसी का प्रयोग तभी करें जब आप इसके बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें.

    आपने जाना –

    इस पोस्ट के माध्यम से आज मैं आपको “अलसी के फायदे (Benefits of Flax seeds in Hindi)”  के बारे में बताने की कोशिश किया हूं आशा करता हूं आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और यह आपके लिए लाभदायक साबित होगा और किसी भी तरह की मेडिकल से संबंधित या संबंधित समस्या के लिए आप अपने डॉक्टर से उचित सलाह ले उसके बाद ही इसे अन्य तरीकों और अपना ध्यान दें. इसी तरह के  ज्ञानवर्धक नॉलेज पाने के लिए हमारे इस ब्लॉग को लगातार विजिट करें और पढ़ें धन्यवाद..

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